Tuesday, October 9, 2012


पल-पल में बदलते ,
जीवन के हालात,
प्रतिक्षण ईश्वर का,
अहसास कराते हैं,
जिसे समजना ,
इंसान के बस की,
बात नहीं,
मेरे जीवन का आयोजन,
मेरा किया हुआ है,
ये मित्थ्या अभिमान,
का कोई अर्थ नहीं,
जब डोर उपर से खींचती है,
तो हमें हर हाल में ,
नाचना पडता है.........
Photo: पल-पल में बदलते ,
जीवन के हालात,
प्रतिक्षण ईश्वर का,
अहसास कराते हैं,
जिसे समजना ,
इंसान के बस की,
बात नहीं,
मेरे जीवन का आयोजन,
मेरा किया हुआ है,
ये मित्थ्या अभिमान,
का कोई अर्थ नहीं,
जब डोर उपर से खींचती है,
तो हमें हर हाल में ,
नाचना पडता है............सुप्रभातम....अंबर

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