Hindi Poems
Monday, January 23, 2012
अदरकी चाय
सर्दियों की सुबहमें ठिठुरती हुई तन्हाई,
रास्ते को जागने का सन्देश देती उबासी,
सर्द रातों में उनिन्दि सी ये हवाएं,
उठने को मना कर रही रजाई,
फिरभी ....
गर्म अदरकी चाय की प्याली के साथ .....सुप्रभातम...अंबर
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