Hindi Poems
Saturday, December 17, 2011
कजरा
काजल का टिका लगाके ,नज़र बचाना चाहें,
साजन की काली आंखोमें बस कर छुपना चाहें,
नज़र उठाकर देखना चाहें,धुंधला नज़र आयें,
कजरा बह जाए आंखोंसे ऐसी प्रीत ना भाये........अंबर.
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