Friday, February 10, 2012

जिंदगी के मोसम

मोसम के बदलते मुड सी है जिंदगी,
कभी सर्दी,कभी गर्मी,तो कभी बारिश,
खुशी हो तो सर्दी जैसे,
गम जैसे गर्मी,और,
दर्द बनकर आंखोंसे टपके,
बेमोसम ये बारिश..,
ये मोसम का कोई भरोसा नहीं,
कब आये कब जाए ,
कभी सावन में तरसे,
कही भादोंमें बरसे,
फिरभी हर एक मोसम ,
दिलको बखूबी भाये

No comments:

Post a Comment