Saturday, February 18, 2012
सुर

जब कोई गुनगुनाता है,तो अपनेआप में खो जाता है,
और जब कोई अपने में गुम हो जाता है तो गाता है,
ईश्वर की आराधना और संगीत की साधना दोनों में
आँखे खुद-बी-खुद बंद हो जाती है,दिल हलका हो जाता है,
न कोई मज़हब बीचमें आता है, न कोई इंसान,
जब संगीत के सुर में खो कर कोई डोलने लगता है.
सब भूल कर जीने लगता है.
Friday, February 10, 2012
Saturday, February 4, 2012
Thursday, February 2, 2012
Wednesday, February 1, 2012
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